दक्षिण मुखी/ दिशा से सम्बन्धित भवन ---
ऐसा भूखण्ड जिसके दक्षिण में ही सड़क होतो उसे दक्षिण भूखण्ड कहते है। दक्षिणी मुखी भूखण्ड होने का प्रभाव घर की महिलाओ पर पड़ता है। दक्षिणी दिशा को सामान्य एवं अशुभ माना गया...
वास्तु शास्त्र में ईशान कोण के शुभ -अशुभ लक्षण
ईशान दिशा के अनुरूप भवन
वास्तु का अर्थ है वास करने का स्थान। महाराज भोज देव द्वारा ग्यारहवीं शताब्दी में ‘समरांगण सूत्रधार’ नामक ग्रंथ लिखा गया था जो वस्तु शास्त्र का...
वास्तु सम्मत पूर्व मुखी भवन./मकान----
पूर्वी दिशा में खाली स्थल वाला भवन स्वास्थ्य और आर्थिक दृश्टि से प्रगतिकारक होता है। पूर्वी दिशा में बने हुए मुख्य द्वार तथा अन्य द्वार भी सिर्फ पूर्वाभिमुखी हो तो शुभ परिणाम मिलते हैं। पूर्वी...
इन बातों का ध्यान ना रखने पर बनी रहती है पैसों की कड़की---(क्यों होती है पति-पत्नी में पैसों के लिए लड़ाई)
आजकल वैवाहिक जीवन में तनाव एक आम समस्या है। कारण चाहे कुछ भी हो लेकिन कई बार इस रिश्ते में...
वास्तु: भूमि का चयन और मिट्टी का स्वरूप---
वास्तु के प्राचीन शास्त्रों में उल्लेख किया गया है कि निर्माण के लिए भूमि का चयन करते समय मिट्टी के स्वरूप की परख अवश्य की जाए। अन्य पहलुओं के साथ-साथ वह भी...
वास्तु बिना उन्नति नहीं ----
हम सभी जानते हैं कि क्रिया की प्रतिक्रिया और प्रतिक्रिया की भी कोई न कोई क्रिया अवश्य होती है। इन्हीं क्रियाओं और प्रतिक्रियाओं का अहितीय उदाहरण हमारा ब्रह्माण्ड है। ब्रह्माण्ड में स्थित उर्जायें चाहे...
अध्ययन कक्ष हो वास्तु अनुरूप---
वार्षिक परीक्षाओं की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है। ऐसे में विद्यार्थी अपने अध्ययन कक्ष को वास्तु अनुरूप बनाकर अच्छी सफलता हासिल कर सकते हैं। वास्तु नियम सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं और पढ़ाई...
वास्तु से बढाएं पिता-पुत्र में प्रेम--पं. प्रेमकुमार शर्मा
वास्तु अध्ययन व अनुभव यह बताता है कि जिस भवन में वास्तु स्थिति गड़बड होती है, वहाँ व्यक्ति के पारिवारिक व व्यक्तिगत रिश्तों में अक्सर मतभेद, तनाव उत्पन्न होते रहते हैं। वास्तु में पूर्व व ईशानजनित दोषों के कारणपिता-पुत्र के संबंधों में धीरे-धीरे गहरे मतभेद व दूरियाँ उत्पन्न हो जातीहैं और साथ...
वास्तु में दिशा का महत्व---
वास्तुशास्त्र, जिसे वेदों में स्थापत्य वेद कहा गया है, में हमें भवन निर्माण संबंधी नियमों का वर्णन मिलता है। वे भवन विशाल मंदिर, राजमहल, सार्वजनिक स्थल या घर हो सकते हैं। घर का निर्माण इस...
-वैवाहिक संबंधों में वास्तु----
इन्सान की सबसे बड़ी खुशी उसके घर की सुख शांति है जो परिवार की सदस्यों के आपसी समझदारी, सहयोग तथा प्यार से बनती है। पति-पत्नी में यदि आपसी प्यार व सहयोग नहीं होता तो चैन उड़...