आइये जाने वास्तुजन्य दोष और उसके कारण होने वाले संभावित रोग/बीमारियाँ -----
------वास्तु - गृहनिर्माण की वह कला जो भवन में निवास कर्ताओं की विघ्नों, प्राकृतिक उत्पातों एवं उपद्रवों से रक्षा करती है. देवशिल्पी विश्वकर्मा द्वारा रचित इस भारतीय वास्तु शास्त्र का एकमात्र उदेश्य यही...
भवन निर्माण संबन्धी (वास्तु पद्धति/वास्तु सूत्र से भवन निर्माण )वास्तु सूत्र-----
वास्तुमूर्तिः परमज्योतिः वास्तु देवो पराशिवःवास्तुदेवेषु सर्वेषाम वास्तुदेव्यम --समरांगण सूत्रधार, भवन निवेश
वास्तुशास्त्र---अर्थात गृहनिर्माण की वह कला जो भवन में निवास कर्ताओं की विघ्नों, प्राकृतिक उत्पातों एवं उपद्रवों से रक्षा करती है. देवशिल्पी...
वास्तु दोष निवारण के लाभकारी/प्रभावी उपाय--
सभी प्राणियों के जीवन में वास्तु का बहुत महत्व होता है। तथा जाने व अनजाने में वास्तु की उपयोगिता का प्रयोग भलीभांति करके अपने जीवन को सुगम बनाने का प्रयास करते रहतें है। प्रकृति...
इन वास्तु उपायों/उपचार से होगा लक्ष्मी आगमन ----
हम सभी जानते हैं कि क्रिया की प्रतिक्रिया और प्रतिक्रिया की भी कोई न कोई क्रिया अवश्य होती है। इन्हीं क्रियाओं और प्रतिक्रियाओं का अहितीय उदाहरण हमारा ब्रह्माण्ड है। ब्रह्माण्ड में स्थित...
आइये जाने और समझे वास्तुशास्त्र का प्रभाव,उपयोगिता एवं प्रासंगिकता----
वास्तुशास्त्र जीवन के संतुलन का प्रतिपादन करता है। यह संतुलन बिगड़ते ही मानव एकाकी और समग्र रूप से कई प्रकार की कठिनाइयों और समस्याओं का शिकार हो जाता है। वास्तुशास्त्र के...
वास्तु की नजर में कोणार्क का सूर्य मंदिर--- पं. दयानंद शास्त्री
भारत में अनेक धर्म एवं जातियां हैं तथा वे सभी किसी न किसी शक्ति की पूजा आराधना करते हैं। सबकी विधियां अलग हैं परंतु सभी एक ऐसे एकांत स्थान...
----निंदा---
"" जो बुराई करता हें,देखता हें,सोचता हें,वह स्वयं बुरा हो जाता हें""
-जब हम अपने आपको श्रेष्ठ एवं...
वास्तुदोष निवारण में पिरामिड का महत्व
वास्तु दोष कई कारणों से हो सकते हैं जैसे- दोषपूर्ण भूखंड, गलत दिशा में बने कमरे तथा उनके कोण, पास में बीहड़ या वीरान उपस्थिति, श्मशानादि उदासी बढ़ाने वाले स्थान आदि इन स्थानों से...
मिट्टी के रंग वास्तु के संग-----
आज भवन निर्माण के क्षेत्र में चहुंओर वास्तुशास्त्र का बोलबाला है!आज छोटा मोटा मकान हो या फिर बहुत बडे़ काम्प्लेक्स या फिर कोई भवन श्रृंखला या फिर कोई सोसायटी सभी के निर्माण में वास्तु का विशेष ख्याल...
-----पेड़-पौधे लगायें, समृध्दि पायें-----
बुध के अधीन आने वाले नक्षत्रों में पैदा हाने वाले जातक हरे पौधे या हरे रंग प्रयोग कर सकें है, ऐसा करें लाभ होगा।
अश्लेषा, ज्येष्ठा व रेवती बुध के अधीन आते...