अपने मूलांक  के अनुसार चुने दिशा—-


        जैसा कि हम जानते है कि सर्वभौम वास्तु के साथ-साथ हर आदमी का अपना एक निजी वास्तु भी होता है।  यही कारण है कि यदि कोई खास दिशा किसी व्यक्ति के लिए लाभदायक होती है , तो वहीं दूसरे के लिए हानिकारक भी हो सकती है। व्यक्तिगत वास्तु व्यक्ति के जन्मांक से तय होता है। इसका एक लाभयह भी है कि जिन लोगों के पास रहने को पर्याप्त स्थान नही होता , पे लोग भी नीजी वास्तु के सहारे वास्तु का लाभ ले सकते है। आइए देखें कि निजी वास्तु और उसका गणित है क्या ? 
       प्रत्येक व्यक्ति के जन्म दिन की तारिख उसका मूल जन्मांक होता है।  हम सभी लोग . से 9 अंक के भीतर ही पैदा होते है। इन नौ अंको का संबंध नौ ग्रहों से है। सभी अंक जो . से 9 तक सीमित है, शून्य के साथ जोड़ने या गुणा करने से अनंत ब्रम्हाण्ड की तरह है और इसके परिमाप के लिए पूर्व , पश्चिम , उत्तर , दक्षिण , ईशान , वायव्य , नैऋत्य ,आग्नेय , आकाश और पाताल यानी कुल दस दिशायें है।                 
      वास्तु के अनुसार अगर आप एक छोटे से कमरे में भी रहतें है, तो भी अपने रहने के लिए अनुकूल दिशा का चयन कर सकतें है। यह जरूरी नही कि जो दिशा आपके भीतर स्फूर्ति , उत्साह  और प्रेरणा का संचार करती हो वह परिवार के अन्य सदस्यों के साथ भी वही करें। इसका  मूल कारण जन्मांक का अलग-अलग होना है। इस सूत्र का उपयोग सिरहाने के चयन के लिए सबसे पहले किया जाना चाहिए। अकसर लोग कहतें है कि अमूक दिशा में सोने के कारण मुझे नींद नही आई या बुरे सपने आते रहे। यह उस दिशा के आपके जन्मांक के प्रतिकूल होने के कारण होता है। इस अगर आपके अध्ययन की दिशा , सोने की दिशा और भोजन की दिशा आपके जन्मांक के अनुकूल हो जाये तो आपका परिश्रम दोगुना-चैगुना फल देता है। आपके स्वास्थ की दिशा परिवारिक शांति और व्यक्तिगत विकास की दिशा भी अलग-अलग होती है। यही नियम दुकान व अन्य प्रतिष्ठान के लिए भी लागू होता है। 
जैसे- .. अगर आपका जन्मांक . , .. , .9 या .8 है , तो आपकी सफलता की दिशा दक्षिण-पूर्व होगी , स्वास्थ की दिशा पूर्व होगी। परिवारिक सुख-शांति की दिशा दक्षिण होगी तथा व्यक्तिगत विकास की दिशा उत्तर होगी। 
     .. .,..,.. तथा .9 जन्मांक वाले लोगों की सफलता की दिशा उत्तर-पूर्व , स्वास्थ्य की दिशा पश्चिम , परिवारिक सुख-शाति की दिशा उत्तर-पश्चिम तथा व्यक्तिगत विकास की दिशा दक्षिण-पश्चिम होगी। 
     .. .,..,..तथा .. जन्मांक वाले जातक की सफलता की दिशा दक्षिण , स्वास्थ्य की दिशा उत्तर , परिवारिक सुख-शांति की दिशा दक्षिण-पूर्व तथा व्यक्तिगत विकास की दिशा दक्षिण-पश्चिम होगी। 
     4. 4,..,.. तथा .. जन्मांक वाले जातक की सफलता की दिशा उत्तर , स्वास्थ्य दिशा दक्षिण , परिवारिक सुख-शांति की दिशा पूर्व तथा व्यक्तिगत विकास की दिशा दक्षिण-पूर्व होगी। 
     5. 5,.4, और .. जन्मांक वाले जातकों की सफलता की दिशा उत्तर-पूर्व या दक्षिण-पश्चिम । स्वास्थ्य की दिशा पश्चिम या उत्तर-पश्चिम । परिवारिक सुख-शांति की दिशा उत्तर-पश्चिम या पश्चिम तथा व्यक्तिगत विकास की दिशा दक्षिण ,पश्चिम या उत्तर-पूर्व होगी। 
     6. 6,.5 और .4 जन्मांक वाले जातकों की सफलता की दिशा पश्चिम , स्वास्थ्य की दिशा उत्तर-पूर्व। परिवारिक सुख-शांति की दिशा दक्षिण-पश्चिम तथा व्यक्तिगत विकास की दिशा दक्षिण-पश्चिम या उत्तर-पूर्व होगी। 
     7. 7,.6 और .5 जन्मांक वाले जातक की सफलता की दिशा उत्तर-पश्चिम। स्वास्थ्य की दिशा दक्षिण-पश्चिम , परिवारिक सुख-शांति की दिशा उत्तर-पूर्व तथा व्यक्तिगत विकास की दिशा पश्चिम होगी। 
     8. 8,.7 और .6 जन्मांक वाले जातकों की सफलता की दिशा दक्षिण-पश्चिम। स्वास्थ्य की दिशा उत्तर-पश्चिम। परिवारिक सुख-शांति की दिशा पश्चिम तथा व्यक्तिगत विकास की दिशा उत्तर-पूर्व होगी। 
     9. 9,.8 और .7 जन्मांक वाले जातकों की सफलता की दिशा पूर्व , स्वास्थ्य की दिशा दक्षिण-पूर्व। परिवारिक सुख-शांति की दिशा उत्तर तथा व्यक्तिगत विकास की दिशा दक्षिण होगी।  

पंडित दयानन्द शास्त्री
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