हे राम!! हे राम!!!हे राम!!!!!

आप लोग सोच रहे होंगे की मुझे ये सुबह -सुबह क्या हो गया हें????
गुड मोर्निंग/ जे राम जी की/जय श्री कृष्ण/ आदाब/सत श्रीअकाल….
अरे मित्रों..कल सुबह…जयपुर के सिन्धी केम्प बस स्टेंड पर हो रहे गड्डों   के कारण वहां पर हमारा बाया पैर मुड गया/मोच आ गयी जी..क्या कर सकते थे ..आखिर कर वहां पर विकास कार्य जो चल रहे हे न..जेसे–मैट्रो का कम चल रहा हें..कहीं पर सिक्स लेन तो कहीं पर फॉर लेन का कम चालू हें….
————————————————————————————————————————————————-
फिर रात  को कोटा पहुंचा तो मुड और दिमाग दोनों ख़राब हो गए जी…अब ऐसा क्या हो गया जी??? आप यही सोच रहे होंगे.???
 अरे मित्रों..मात्र 9. किलोमीटर का सफ़र तय करने में चार घंटे लग गए और वो भी राजस्थान परिवहन निगन की बस में…!!!!!
रोड/मार्ग की हालत यह हें की कई स्थानों पर तो मिटटी ही मिटटी नजर आ रही थी..डामर -गिट्टी का तो नामोनिशान ही नहीं था??/
हे प्रभु जी…हमारे शांति कुमार धारीवाल साहब( गृहमंत्री-राजस्थान)विधायक-कोटा क्षेत्र ;; प्रमोद कुमार “भाया”; (सार्वजानिक निर्माण मंत्री-राजस्थान);विधायक-बारां से और हमारे प्रिय मुख्यमंत्री श्री अशोक जी गहलोत को भी तो कभी अवसर दो न कोटा से झालरापाटन तक का सफ़र राजस्थान रोडवेज से करने का???
वो बस के हिचकोले/हिंडोले का आनंद और दरा के आसपास की फ्री/मुफ्त उडती धुल-मिटटी का रासद्वादन..क्या कहना हे??? 
हे प्रभु जी प्लीज उन सभी को यह सु अवसर शीघ्र/जल्दी देना ..ताकि पता तो लगे न की क्या गुजर रही हे यहाँ के लोगो पर…
आपकी जानकारी के बताता चलूँ…झालावाड डिपो की लगभग तीस बसें नाकारा /खटारा होकर  डिपो में खड़ी हे…कलपुर्जो  एवं मरम्मत के आभाव में??? 
क्या कोई धणी-धोरी  /मालिक भी हें..इसका????
==============================================================

आप सभी मित्रों को अधर्म पर धर्म की विजय के प्रतिक पर्व ‘विजयदशमी, दुर्गा पूजा , आयुध पूजा दिवस एवं रा. स्व. संघ के स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनायें ।”.आपकी सभी की सभी /सर्व कामना/इच्छा पूरी हो .यही कामना/प्रार्थना/विनती हें..इश्वर से…सभी का कल्याण हो..”””शुभम भवतु””” 

==================================================================================================
सभी ज्योतिष गणों से अनुरोध है कि आपके पास जो भी जातक अपने पुत्र/ पुत्री का विवाह आदि निर्धारित करवाने आता है उसको कृपया आप निमंत्रण पत्रों पर श्री गणेश जी तथा और देवी देवताओं की तस्वीरें छापने से मना करें साथ ही हो सके तो वेदिक मन्त्रों को भी न छापने के सलाह दें| 
ये सब में इस लिए लिख रहा हूँ के मैंने बहुत बार इन निमंत्रण पत्रों को इधर उधर पड़े देखा है , कई बार तो नालियों में भी, इस तरह ईश्वर का अपमान देख कर अच्छा महसूस नहीं होता |
यदि किसी को देवी देवताओं की फोटो लगवानी ही है तो कृपया ये नोट लिख देवें := इस निमंत्रण पत्र को चलते पानी में प्रवाहित कर दें |
धन्यबाद


LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here