अपने घर में घड़ी जरा सावधानी से लगायें
(आपके घर में वास्तु अनुसार लगायें घडी ) …..
कहते हैं समय हर व्यक्ति के लिए अमुल्य होता है क्योंकि बीता हुआ समय कभी वापस लौटकर नहीं आता है। जो आज है वो कल नहीं होगा और जो कल था वह आज हो नहीं सकता। इसलिए कहते हैं चलना ही जिंदगी है। घर की हर वस्तु का अपना अलग महत्व होता है और उसी के अनुसार उसका प्रभाव हमारे जीवन पर पड़ता है। इन्हीं में से महत्वपूर्ण वस्तु है घड़ी। घड़ी हमें हमेशा चलते रहने का संदेश देती है। पुरानी कहावत है कि समय कभी किसी के लिए नहीं रुकता, हमेशा अपनी गति से चलते रहता है। इसी वक्त को दर्शाने वाली घड़ी सभी के घरों में अवश्य ही होती है। यही घड़ी यदि बंद हो जाए तो, वास्तु-फेंगशुई के अनुसार इसे अशुभ माना जाता है।
एक तरफ घड़ी जहां हमें समय की सही जानकारी देती है वहीं इससे वास्तु के अनुसार हमारे परिवार के सदस्यों पर सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव पड़ता है। घड़ी भी वातावरण में बहती हुई सकारात्मक ऊर्जा को संकलित करती है जिसका प्रभाव घर के सदस्य पर पड़ताहै।
वास्तु शास्त्र में हमारे जीवन को सुखी और समृद्धिशाली बनाए रखने के लिए अनेक टिप्स बताई गई है। घर की हर वस्तु का अपना अलग महत्व होता है और उसी के अनुसार उसका प्रभाव हमारे जीवन पर पड़ता है। इन्हीं में से काफी महत्वपूर्ण घड़ी। घड़ी जहां हमें समय की सही जानकारी देती है वहीं वास्तु के अनुसार से हमारे परिवार के सदस्यों पर सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव पड़ता है। घड़ी भी वातावरण में बहती हुई सकारात्मक ऊर्जा को संकलित करती है जिसका प्रभाव घर के सदस्य पर पड़ता है। बंद घड़ी को हानिकारक माना जाता है। बंद घड़ी नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाती है और पॉजीटिव एनर्जी का प्रभाव कम करती है।
अगर आप अपने घर में घडी जैसी समय सूचक वस्तु को व्यवस्थित करते समय वास्तुशास्त्र के इन सिद्धांतों का ध्यान रखेंगी तो यह आपके परिवार के लिए निश्चित रूप से फायदेमंद साबित होगा :—
.. घडी को दीवार पर लगाने के लिए उत्तर, पूर्व एवं पश्चिम दिशा का ही चुनाव करें। कभी भी दक्षिण दिशा की दीवार पर घडी न लगाएं। यदि घडी दक्षिण दिशा की दीवार पर लगी होगी तो कार्य प्रारंभ करने से पहले व दिन में कई बार आपका ध्यान दक्षिण दिशा की ओर जाएगा। इस तरह आप बार-बार दक्षिण दिशा की ओर से आने वाली नकारात्मक ऊर्जा ही प्राप्त करती रहेंगी।
.. घडियों के प्रयोग में एक दूसरी विशेष सावधानी यह भी रखनी चाहिए कि किसी भी तरह की घडी चाहे वह टाइम पीस हो या फिर दीवार घडी इन्हें रात को सोते समय सिरहाने से थोडी दूरी पर ही रखें, क्योंकि रात के सन्नाटे में घडी की टिक-टिक से नींद में विघ्न पडेगा। साथ ही आजकल घडियां प्राय: इलेक्ट्रॉनिक सिद्धांत पर कार्य करती हैं और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से जो इलेक्ट्रो-मैग्नेनिटक रेडिएशन निकलते हैं वे मस्तिष्क व हृदय के आसपास एक नकारात्मक ऊर्जा क्षेत्र बना देते हैं। इसके प्रभाव में सोना या लेटना आपके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर डाल सकता है।
..यह ध्यान रखें कि घडी कभी भी किसी दरवाजे के ऊपर न हो क्योंकि हर बार दरवाजे से अंदर बाहर आते-जाते समय आपका आभामंडल इससे दुष्प्रभावित होगा। परिणामस्वरूप आप तनावग्रस्त हो सकते हैं। यहां तक कि ऐसे दरवाजे से बाहर निकलने के बाद भी मन खिन्न रहेगा।
4.इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि घर में मौजूद सभी घडियां सही ढंग से चलती रहें। कोई भी घडी बंद नहीं होनी चाहिए।
5. यह भी याद रखें कि कोई भी घडी अपने समय से पीछे न चले। हो सके तो अपनी घडी को सही समय से पांच-दस मिनट आगे ही रखें क्योंकि वक्त के साथ चलने में ही जीवन की गति, उन्नति व विकास का रहस्य छिपा है।
6. खराब घडी को शीघ्र ही ठीक करवाएं एवं बैटरी खराब होने पर उसे बदलवाती रहें।
7.आजकल कुछ घडियां हर एक घंटे के बाद संगीत या मधुर ध्वनियां उत्पन्न करती हैं। ऐसी घडियों को घर के ब्रह्म स्थान स्थित लॉबी में लगाएं। इससे सकारात्मक ऊर्जा में वृद्धि होती है व परिवार के सभी सदस्यों के जीवन में उन्नति के नए अवसर प्राप्त होते हैं।
8. दीवार घडी पर धूल-मिट्टी जमा न होने दें। नियमित रूप से उसकी सफाई करती रहें।
9. यह ध्यान रखें कि किसी भी घडी का शीशा टूटा हुआ न हो। ऐसी टूटी हुई घडी को बदल देना चाहिए क्योंकि इसका परिवार के सदस्यों पर नकारात्मक प्रभाव पडता है।
… सिर्फ घडी ही नहीं, बल्कि कैलेंडर जैसी समय सूचक वस्तु के संबंध में भी आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि कैलेंडर फटा हुआ न हो, उस पर कोई अश्लील या हिंसक चित्र भी नहीं होना चाहिए। हर महीने कैलेंडरकी तारीख बदलती रहें और पुराना होते ही उसे हटा दें।
… बंद घड़ी को हानिकारक माना जाता है।बंद घड़ी नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाती है और पॉजीटिव एनर्जी का प्रभाव कम करती है। घर में बंद घड़ी नहीं रखनी चाहिए। यदि कोई घड़ी बंद है तो उसे तुरंत ही चालु करें अन्यथा उसे घर से हटा दें। फेंगशुई की मान्यता है बंद घड़ी से घर में धन की आवक भी प्रभावित होती है।घड़ी ऐसी जगह लगानी चाहिए जहां से सभी को आसानी से दिखाई दे सके।
… घड़ी ऐसी जगह लगानी चाहिए जहां से सभी को आसानी से दिखाई दे सके।
… यदि कोई घड़ी बंद है तो उसे तुरंत ही चालु करें अन्यथा उसे घर से हटा दें। फेंगशुई की मान्यता है बंद घड़ी से घर में धन की आवक भी प्रभावित होती है।
(आपके घर में वास्तु अनुसार लगायें घडी ) …..
कहते हैं समय हर व्यक्ति के लिए अमुल्य होता है क्योंकि बीता हुआ समय कभी वापस लौटकर नहीं आता है। जो आज है वो कल नहीं होगा और जो कल था वह आज हो नहीं सकता। इसलिए कहते हैं चलना ही जिंदगी है। घर की हर वस्तु का अपना अलग महत्व होता है और उसी के अनुसार उसका प्रभाव हमारे जीवन पर पड़ता है। इन्हीं में से महत्वपूर्ण वस्तु है घड़ी। घड़ी हमें हमेशा चलते रहने का संदेश देती है। पुरानी कहावत है कि समय कभी किसी के लिए नहीं रुकता, हमेशा अपनी गति से चलते रहता है। इसी वक्त को दर्शाने वाली घड़ी सभी के घरों में अवश्य ही होती है। यही घड़ी यदि बंद हो जाए तो, वास्तु-फेंगशुई के अनुसार इसे अशुभ माना जाता है।
एक तरफ घड़ी जहां हमें समय की सही जानकारी देती है वहीं इससे वास्तु के अनुसार हमारे परिवार के सदस्यों पर सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव पड़ता है। घड़ी भी वातावरण में बहती हुई सकारात्मक ऊर्जा को संकलित करती है जिसका प्रभाव घर के सदस्य पर पड़ताहै।
वास्तु शास्त्र में हमारे जीवन को सुखी और समृद्धिशाली बनाए रखने के लिए अनेक टिप्स बताई गई है। घर की हर वस्तु का अपना अलग महत्व होता है और उसी के अनुसार उसका प्रभाव हमारे जीवन पर पड़ता है। इन्हीं में से काफी महत्वपूर्ण घड़ी। घड़ी जहां हमें समय की सही जानकारी देती है वहीं वास्तु के अनुसार से हमारे परिवार के सदस्यों पर सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव पड़ता है। घड़ी भी वातावरण में बहती हुई सकारात्मक ऊर्जा को संकलित करती है जिसका प्रभाव घर के सदस्य पर पड़ता है। बंद घड़ी को हानिकारक माना जाता है। बंद घड़ी नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाती है और पॉजीटिव एनर्जी का प्रभाव कम करती है।
अगर आप अपने घर में घडी जैसी समय सूचक वस्तु को व्यवस्थित करते समय वास्तुशास्त्र के इन सिद्धांतों का ध्यान रखेंगी तो यह आपके परिवार के लिए निश्चित रूप से फायदेमंद साबित होगा :—
.. घडी को दीवार पर लगाने के लिए उत्तर, पूर्व एवं पश्चिम दिशा का ही चुनाव करें। कभी भी दक्षिण दिशा की दीवार पर घडी न लगाएं। यदि घडी दक्षिण दिशा की दीवार पर लगी होगी तो कार्य प्रारंभ करने से पहले व दिन में कई बार आपका ध्यान दक्षिण दिशा की ओर जाएगा। इस तरह आप बार-बार दक्षिण दिशा की ओर से आने वाली नकारात्मक ऊर्जा ही प्राप्त करती रहेंगी।
.. घडियों के प्रयोग में एक दूसरी विशेष सावधानी यह भी रखनी चाहिए कि किसी भी तरह की घडी चाहे वह टाइम पीस हो या फिर दीवार घडी इन्हें रात को सोते समय सिरहाने से थोडी दूरी पर ही रखें, क्योंकि रात के सन्नाटे में घडी की टिक-टिक से नींद में विघ्न पडेगा। साथ ही आजकल घडियां प्राय: इलेक्ट्रॉनिक सिद्धांत पर कार्य करती हैं और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से जो इलेक्ट्रो-मैग्नेनिटक रेडिएशन निकलते हैं वे मस्तिष्क व हृदय के आसपास एक नकारात्मक ऊर्जा क्षेत्र बना देते हैं। इसके प्रभाव में सोना या लेटना आपके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर डाल सकता है।
..यह ध्यान रखें कि घडी कभी भी किसी दरवाजे के ऊपर न हो क्योंकि हर बार दरवाजे से अंदर बाहर आते-जाते समय आपका आभामंडल इससे दुष्प्रभावित होगा। परिणामस्वरूप आप तनावग्रस्त हो सकते हैं। यहां तक कि ऐसे दरवाजे से बाहर निकलने के बाद भी मन खिन्न रहेगा।
4.इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि घर में मौजूद सभी घडियां सही ढंग से चलती रहें। कोई भी घडी बंद नहीं होनी चाहिए।
5. यह भी याद रखें कि कोई भी घडी अपने समय से पीछे न चले। हो सके तो अपनी घडी को सही समय से पांच-दस मिनट आगे ही रखें क्योंकि वक्त के साथ चलने में ही जीवन की गति, उन्नति व विकास का रहस्य छिपा है।
6. खराब घडी को शीघ्र ही ठीक करवाएं एवं बैटरी खराब होने पर उसे बदलवाती रहें।
7.आजकल कुछ घडियां हर एक घंटे के बाद संगीत या मधुर ध्वनियां उत्पन्न करती हैं। ऐसी घडियों को घर के ब्रह्म स्थान स्थित लॉबी में लगाएं। इससे सकारात्मक ऊर्जा में वृद्धि होती है व परिवार के सभी सदस्यों के जीवन में उन्नति के नए अवसर प्राप्त होते हैं।
8. दीवार घडी पर धूल-मिट्टी जमा न होने दें। नियमित रूप से उसकी सफाई करती रहें।
9. यह ध्यान रखें कि किसी भी घडी का शीशा टूटा हुआ न हो। ऐसी टूटी हुई घडी को बदल देना चाहिए क्योंकि इसका परिवार के सदस्यों पर नकारात्मक प्रभाव पडता है।
… सिर्फ घडी ही नहीं, बल्कि कैलेंडर जैसी समय सूचक वस्तु के संबंध में भी आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि कैलेंडर फटा हुआ न हो, उस पर कोई अश्लील या हिंसक चित्र भी नहीं होना चाहिए। हर महीने कैलेंडरकी तारीख बदलती रहें और पुराना होते ही उसे हटा दें।
… बंद घड़ी को हानिकारक माना जाता है।बंद घड़ी नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाती है और पॉजीटिव एनर्जी का प्रभाव कम करती है। घर में बंद घड़ी नहीं रखनी चाहिए। यदि कोई घड़ी बंद है तो उसे तुरंत ही चालु करें अन्यथा उसे घर से हटा दें। फेंगशुई की मान्यता है बंद घड़ी से घर में धन की आवक भी प्रभावित होती है।घड़ी ऐसी जगह लगानी चाहिए जहां से सभी को आसानी से दिखाई दे सके।
… घड़ी ऐसी जगह लगानी चाहिए जहां से सभी को आसानी से दिखाई दे सके।
… यदि कोई घड़ी बंद है तो उसे तुरंत ही चालु करें अन्यथा उसे घर से हटा दें। फेंगशुई की मान्यता है बंद घड़ी से घर में धन की आवक भी प्रभावित होती है।
.4. किसी भी हॉल में बंद घड़ी या बहुत पुरानी अनुपयोगी वस्तुएं न रखें।
.5. अगर आपके घर में बहुत दिनों से बंद घड़ी है तो उसे हटा दें बंद घड़ी घर में आते हुए पैसों को रोक देती है।
.6. बेड के सिरहाने वाली दीवार पर घड़ी, फोटो फ्रेम आदि नहीं लगायें, इससे सिर में दर्द बना रहता है। अच्छा होगा यदि आप बेड के ठीक सामने वाली दीवार पर कुछ मत लगायें। इससे मन की शांति बनी रहती है।
.7. घड़ी पूर्व या उत्तर की दीवार पर लगाएँ।