क्या पूजा स्थल ईशान कोण में होना जरूरी हैं, उत्तम स्वास्थ्य के लिए ?????
पूजा स्थल का अपना एक महत्वपूर्ण स्थान हैं। यदि यह शुभ स्थान में स्थापित होता हैं तो जातक व राष्ट्र के लिए शुभ होता हैं। उनके...
जानिए पूजा कक्ष में क्या करें क्या ना करें..?????
1 घर में पूजा करने वाला एक ही मूर्ति की पूजा नहीं करें। अनेक देवी-देवताओं की पूजा करें। घर में दो शिवलिंग की पूजा ना करें तथा पूजा स्थान पर तीन गणेश...
वास्तु शास्त्र अपनाएं समृद्धि पाएँ..!!!!
मानव की जीवन शैली में गृह को एक प्रधान शक्ति के रूप आयोजित कर उसका वास्तु नामकरण किया। भवन में जल, वायु आकाश, अग्नि एवं भूमि इन पांच तत्वों को अपनी-अपनी जगह निर्धारित कर मानव...
वास्तु खोलेगा आपकी समृद्धि के द्वार----आइये जाने की वास्तु अनुसार मकान/भवन/आवासगृह में कहाँ क्या होना चाहिए ??? प्रत्येक मनुष्य अपना जीवन आनन्दमय, सुखी व समृद्ध बनाने में हमेशा लगा रहता हैं । कभी-कभी बहुत अधिक प्रयास करने पर भी...
केसी हें आपके स्कुल/विद्यालय की ईमारत/भवन/बिल्डिंग..???किसी भी विद्यालय की शोभा व प्रतिष्ठा उसके पढाई के स्तर अनुशासन विद्यार्थियों द्वारा अर्जित सफलता पर निर्भर करती है। आज विद्यालय का भवन तो आलीशान होता है, सभी सुख सुविधाओं से परिपूर्ण होता...
कहाँ और केसा हो मास्टर बेडरूम (गृह स्वामी का शयन कक्ष)..???
शयन मनुष्य की एक अतिआवश्यक क्रिया हैं । शयन मनुष्य को सुकुन एवं ताजगी प्रदान करता हैं यदि मनुष्य ठीक प्रकार से नहीं सो पाता तो उसे अनेक...
ऐसा हो वास्तु सम्मत आफिस/कार्यालय-आजकल व्यावसायिक गतिविधियां आफिस बनाकर संचालित की जाती हें , व्यवसाय में जबर्दस्त प्रतियोगिता होने के कारण, सफलता पाने के लिए हर उद्यमी को काफी जद्दोजहद करनी पड़ रही है। ऐसे कठिन दौर में आफिस...
विक्रय अधिकारियों( मार्केटिंग मेनेजर) का कक्ष ओर वास्तुशास्त्र----
जब भी किसी भवन/मकान/आवास/कार्यालय का निर्माण किया जाए तब उसमें वास्तुशास्त्र के सिद्धांतों का भलीभांति पालन करना चाहिए चाहे वह निवास स्थान हो या व्यवसायिक परिसर है। किसी भी व्यावसायिक संगठन का...
ऐसा होना चाहिए वास्तुशास्त्र सम्मत --.प्रबंधक/ मेनेजर/व्यवस्थापक का कमरा
विद्यार्थी को विद्या का अर्जन करना परम आवश्यक हैं। योगी पुरूष के जीवन में योग परम आवश्यक है। सन्यासी के लिए वैराग्य भाव का विकास एवं आध्यात्मिक जागृति परम आवश्यक हैं,...
होस्टल बनवाएं वास्तु सम्मत----किसी भी भवन का जब निर्माण किया जाए तब उसमें वास्तुशास्त्र के सिद्धांतों का भलीभांति पालन करना चाहिए चाहे वह निवास स्थान हो या व्यवसायिक परिसर है। प्राचीन काल में शिक्षा का मुख्य उद्धेश्य ज्ञान प्राप्ति...