वास्तु और मनी प्लांट का प्रभाव—–
( पंडित “विशाल ” दयानन्द शास्त्री, mob .–.9669.9..67)
ऎसी मान्यता है कि जिसके घर में मनी प्लांट का पौधा लगा होता है उसके उसके घर में न केवल सुख-समृद्धि में इजाफा होता है बल्कि घर में धन का भी आगमन होता है| इसी वजह से कुछ लोग घरों में मनी प्लांट का पौधा लगाते हैं| लेकिन कई बार मनी प्लांट लगाने के बावजूद भी धनागमन में कई अंतर नहीं होता बल्कि और आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है| घर में मनी प्लांट लगाने पर सुख-समृद्धि में होने के साथ धन का आगमन बढ़ता है। इसी के चलते लोग अपने घरों में यह पौधा लगाते हैं।
मनीप्लांट दक्षिणपूर्व एशिया मूल (मलेशिया, इण्डोनेशिया) का लता रूप में पसरने वाला पौधा है। इसकी पत्तियाँ सदा हरी रहतीं हैं। ये तने पर एकान्तर क्रम में लगी होती हैं और हृदय जैसी आकृति वाली होती हैं। वैसे तो घर में रखने के लिए आपको पॉम लीव्स, बोनसाई जैसे कई इंडोर प्लांट मिल जाएँगे, लेकिन कम खर्च और अच्छी ग्रोथ के कारण जो रंग मनी प्लांट आपके इंटीरियर में भरता है, वह किसी अन्य इंडोर प्लांट से संभव नहीं।
मनी प्लांट की सबसे बड़ी खासियत यह है कि घर हो या आँगन यह प्लांट कहीं भी आसानी से लग जाता है। साथ ही यह केवल पानी में भी लगाया जा सकता है और इसके रखरखाव के लिए भी ज्यादा मेहनत भी नहीं करनी पड़ती है। इसे घर के अंदर व बाहर दोनों जगह ही रखा जा सकता है। जिस कोने में यह होता है उसकी ओर बरबस ही निगाहें चली जाती हैं। आप चाहें तो इसकी इन सुनहरी पत्तियों को काँट-छाँट कर इसे और भी आकर्षक बना सकते हैं।
वास्तु के अनुसार, यदि सही दिशा और सही जगह में मनी प्लांट का पौधा नहीं लगाया गया तो धनलाभ के बजाय हानि का सामना करना पड़ता है|
लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार यह पौधा घर में उचित दिशा में नहीं लगाया गया है तो आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।
वास्तु शास्त्रीयों का मानना है कि मनी प्लांट के पौधे के घर में लगाने के लिए आग्नेय दिशा सबसे उचित दिशा है। इस दिशा में यह पौधा लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का भी लाभ मिलता है।
मनी प्लांट को आग्नेय यानि दक्षिण-पूर्व दिशा में लगाने का कारण ये है इस दिशा के देवता गणेशजी है जबकि प्रतिनिधि शुक्र हैं। गणेश जी अमंगल का नाश करने वाले हैं जबकि शुक्र सुख-समृद्धि लाने वाले। यही नहीं बल्कि बेल और लता का कारण शुक्र को मानपा गया है। इसलिए मनी प्लांट को आग्नेय दिशा में लगाना उचित माना गया है।
मनी प्लांट को कभी भी ईशान यानि उत्तर पूर्व दिशा में नहीं लगाना चाहिए, यह दिशा इसके लिए सबसे नकारात्मक मानी गई है। क्योंकि ईशान दिशा का प्रतिनिधि देवगुरू बृहस्पति को माना गया है। और शुक्र तथा बृहस्पति में शत्रुवत संबंध होता है। इसलिए शुक्र से संबंधित यह पौधा ईशान दिशा में होने पर नुकसान होता है। हालांकी इस दिशा में तुलसी का लगाया जा सकता है।
आइये जाने कहाँ लगाए मनी प्लांट तो होगा धनलाभ—–
वास्तु शास्त्र के अनुसार हर पौधे के लिए एक दिशा निर्धारित होती है| यदि पौधे को उचित दिशा में लगाया गया तो वह सकारात्मक प्रभाव डालता है वहीँ, यदि उसके उस पौधे का गलत स्थिति में वृक्षारोपण किया गया तो वह नकारात्मक प्रभाव डालता है जिससे फायदा होने की बजाय नुकसान होने लगता है|
वास्तु विज्ञान में मनी प्लांट का पौधा लगाने के लिए आग्नेय दिशा यानी दक्षिण-पूर्व को उत्तम माना गया है। क्योंकि इस दिशा के देवता भगवान गणेश जी हैं और प्रतिनिधि ग्रह शुक्र है। और गणेश जी के बारे में यह कहा जाता है कि वह अमंगल का नाश करके घर में मंगल करते हैं जबकि शुक्र सुख-समृद्धि का कारक होता है। बेल और लता का कारक शुक्र होता है इसलिए आग्नेय दिशा में मनी प्लांट लगाने इस दिशा सकारात्मक प्रभाव प्राप्त होता है।
वहीँ इस पौधे के लिए ईशान यानी उत्तर पूर्व सबसे नकारात्मक दिशा होती है| इस दिशा में मनी प्लांट लगाने पर धन वृद्धि की बजाय आर्थिक नुकसान हो सकता है। क्योंकि ईशान का प्रतिनिधि ग्रह बृहस्पति है। शुक्र और बृहस्पति में शत्रुवत संबंध होता है क्योंकि एक राक्षस के गुरू हैं तो दूसरे देवताओं के गुरू। शुक्र से संबंधित चीज इस दिशा में होने पर हानि होती है।
बेल और लता का कारक शुक्र होता है इसलिए आग्नेय दिशा में मनी प्लांट लगाने इस दिशा सकारात्मक प्रभाव बढ़ता है। मनी प्लांट के लिए सबसे नकारात्मक दिशा ईशान यानी उत्तर पूर्व को माना गया है। इस दिशा में मनी प्लांट लगाने पर धन वृद्धि की बजाय आर्थिक नुकसान हो सकता है।
मनी प्लांट की सबसे बड़ी खासियत यह है कि घर हो या आँगन यह प्लांट कहीं भी आसानी से लग जाता है। साथ ही यह केवल पानी में भी लगाया जा सकता है और इसके रखरखाव के लिए भी ज्यादा मेहनत भी नहीं करनी पड़ती है। इसे घर के अंदर व बाहर दोनों जगह ही रखा जा सकता है। जिस कोने में यह होता है उसकी ओर बरबस ही निगाहें चली जाती हैं। आप चाहें तो इसकी इन सुनहरी पत्तियों को काँट-छाँट कर इसे और भी आकर्षक बना सकते हैं।
मनी प्लांट को घर के अंदर गमले में अथवा बोतल में पानी भरकर भी लगाया जा सकता है। इससे सुख-समृद्घि प्रदान करने वाले सकारात्मक उर्जा को आकर्षित किया जा सकता है।
( पंडित “विशाल ” दयानन्द शास्त्री, mob .–.9669.9..67)
ऎसी मान्यता है कि जिसके घर में मनी प्लांट का पौधा लगा होता है उसके उसके घर में न केवल सुख-समृद्धि में इजाफा होता है बल्कि घर में धन का भी आगमन होता है| इसी वजह से कुछ लोग घरों में मनी प्लांट का पौधा लगाते हैं| लेकिन कई बार मनी प्लांट लगाने के बावजूद भी धनागमन में कई अंतर नहीं होता बल्कि और आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है| घर में मनी प्लांट लगाने पर सुख-समृद्धि में होने के साथ धन का आगमन बढ़ता है। इसी के चलते लोग अपने घरों में यह पौधा लगाते हैं।
मनीप्लांट दक्षिणपूर्व एशिया मूल (मलेशिया, इण्डोनेशिया) का लता रूप में पसरने वाला पौधा है। इसकी पत्तियाँ सदा हरी रहतीं हैं। ये तने पर एकान्तर क्रम में लगी होती हैं और हृदय जैसी आकृति वाली होती हैं। वैसे तो घर में रखने के लिए आपको पॉम लीव्स, बोनसाई जैसे कई इंडोर प्लांट मिल जाएँगे, लेकिन कम खर्च और अच्छी ग्रोथ के कारण जो रंग मनी प्लांट आपके इंटीरियर में भरता है, वह किसी अन्य इंडोर प्लांट से संभव नहीं।
मनी प्लांट की सबसे बड़ी खासियत यह है कि घर हो या आँगन यह प्लांट कहीं भी आसानी से लग जाता है। साथ ही यह केवल पानी में भी लगाया जा सकता है और इसके रखरखाव के लिए भी ज्यादा मेहनत भी नहीं करनी पड़ती है। इसे घर के अंदर व बाहर दोनों जगह ही रखा जा सकता है। जिस कोने में यह होता है उसकी ओर बरबस ही निगाहें चली जाती हैं। आप चाहें तो इसकी इन सुनहरी पत्तियों को काँट-छाँट कर इसे और भी आकर्षक बना सकते हैं।
वास्तु के अनुसार, यदि सही दिशा और सही जगह में मनी प्लांट का पौधा नहीं लगाया गया तो धनलाभ के बजाय हानि का सामना करना पड़ता है|
लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार यह पौधा घर में उचित दिशा में नहीं लगाया गया है तो आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।
वास्तु शास्त्रीयों का मानना है कि मनी प्लांट के पौधे के घर में लगाने के लिए आग्नेय दिशा सबसे उचित दिशा है। इस दिशा में यह पौधा लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का भी लाभ मिलता है।
मनी प्लांट को आग्नेय यानि दक्षिण-पूर्व दिशा में लगाने का कारण ये है इस दिशा के देवता गणेशजी है जबकि प्रतिनिधि शुक्र हैं। गणेश जी अमंगल का नाश करने वाले हैं जबकि शुक्र सुख-समृद्धि लाने वाले। यही नहीं बल्कि बेल और लता का कारण शुक्र को मानपा गया है। इसलिए मनी प्लांट को आग्नेय दिशा में लगाना उचित माना गया है।
मनी प्लांट को कभी भी ईशान यानि उत्तर पूर्व दिशा में नहीं लगाना चाहिए, यह दिशा इसके लिए सबसे नकारात्मक मानी गई है। क्योंकि ईशान दिशा का प्रतिनिधि देवगुरू बृहस्पति को माना गया है। और शुक्र तथा बृहस्पति में शत्रुवत संबंध होता है। इसलिए शुक्र से संबंधित यह पौधा ईशान दिशा में होने पर नुकसान होता है। हालांकी इस दिशा में तुलसी का लगाया जा सकता है।
आइये जाने कहाँ लगाए मनी प्लांट तो होगा धनलाभ—–
वास्तु शास्त्र के अनुसार हर पौधे के लिए एक दिशा निर्धारित होती है| यदि पौधे को उचित दिशा में लगाया गया तो वह सकारात्मक प्रभाव डालता है वहीँ, यदि उसके उस पौधे का गलत स्थिति में वृक्षारोपण किया गया तो वह नकारात्मक प्रभाव डालता है जिससे फायदा होने की बजाय नुकसान होने लगता है|
वास्तु विज्ञान में मनी प्लांट का पौधा लगाने के लिए आग्नेय दिशा यानी दक्षिण-पूर्व को उत्तम माना गया है। क्योंकि इस दिशा के देवता भगवान गणेश जी हैं और प्रतिनिधि ग्रह शुक्र है। और गणेश जी के बारे में यह कहा जाता है कि वह अमंगल का नाश करके घर में मंगल करते हैं जबकि शुक्र सुख-समृद्धि का कारक होता है। बेल और लता का कारक शुक्र होता है इसलिए आग्नेय दिशा में मनी प्लांट लगाने इस दिशा सकारात्मक प्रभाव प्राप्त होता है।
वहीँ इस पौधे के लिए ईशान यानी उत्तर पूर्व सबसे नकारात्मक दिशा होती है| इस दिशा में मनी प्लांट लगाने पर धन वृद्धि की बजाय आर्थिक नुकसान हो सकता है। क्योंकि ईशान का प्रतिनिधि ग्रह बृहस्पति है। शुक्र और बृहस्पति में शत्रुवत संबंध होता है क्योंकि एक राक्षस के गुरू हैं तो दूसरे देवताओं के गुरू। शुक्र से संबंधित चीज इस दिशा में होने पर हानि होती है।
बेल और लता का कारक शुक्र होता है इसलिए आग्नेय दिशा में मनी प्लांट लगाने इस दिशा सकारात्मक प्रभाव बढ़ता है। मनी प्लांट के लिए सबसे नकारात्मक दिशा ईशान यानी उत्तर पूर्व को माना गया है। इस दिशा में मनी प्लांट लगाने पर धन वृद्धि की बजाय आर्थिक नुकसान हो सकता है।
मनी प्लांट की सबसे बड़ी खासियत यह है कि घर हो या आँगन यह प्लांट कहीं भी आसानी से लग जाता है। साथ ही यह केवल पानी में भी लगाया जा सकता है और इसके रखरखाव के लिए भी ज्यादा मेहनत भी नहीं करनी पड़ती है। इसे घर के अंदर व बाहर दोनों जगह ही रखा जा सकता है। जिस कोने में यह होता है उसकी ओर बरबस ही निगाहें चली जाती हैं। आप चाहें तो इसकी इन सुनहरी पत्तियों को काँट-छाँट कर इसे और भी आकर्षक बना सकते हैं।
मनी प्लांट को घर के अंदर गमले में अथवा बोतल में पानी भरकर भी लगाया जा सकता है। इससे सुख-समृद्घि प्रदान करने वाले सकारात्मक उर्जा को आकर्षित किया जा सकता है।