क्या करें वास्तुसम्मत उपाय जब हो घर के सामने अवरोध(टेलीफोन या बिजली का खंभा) —–
आमतोर पर जब भी किसी भवन/मकान का निर्माण किया जाता हें तो वहां पर यथासंभव वास्तु नियमों का ध्यान रखा जाता हें किन्तु कभी कभी अज्ञानतावश / परिस्थिति के कारण फिर भी कुछ वास्तुदोष रह ही जाते हें…
जेसे किसी भी गली या रोड के अंत में मकान का होना या फिर किसी घर के सामने बिजली /टेलीफोन का खम्बा होना… वास्तु अनुसार आपके निवास एवं व्यवसाय स्थल के मुख्य द्वार के सामने द्वार वैध नही होना चाहिये जैसे बिजली का खम्बा, स्तम्भ, वृक्ष, खुली नाली या कोई सामने के भवन का धारदार कोना इत्यादि।

यहां दी जा रही जानकारी विशेषरूप से उन मकानों के लिए हैं, जिनके सामने टेलीफोन का पोल /टेलीफोन का खम्भा या बिजली का खम्बा अथवा ट्रांसफॉर्मर लगा हुआ है।
——यदि आपके मकान के सामने टेलीफोन का पोल /टेलीफोन का खम्भा या बिजली का खम्बा अथवा ट्रांसफॉर्मर हो तो, यह स्थिति शुभ नहीं मानी गयी है। क्यों की अक्सर इन स्थानों पर कूड़ा-कचरा एकत्र कर दिया जाता हें…ऐसे घर में बीमारी प्रवेश कर जाती एंव घर में अग्निकाण्ड, झगड़ा या कोर्ट केश का भय बना रहता है।
यह करें उपाय—-
ऐसे घर के मुख्यद्वार पर अष्टकोणीय दर्पण या फिर बागुआ दर्पण इस प्रकार लगायें कि खम्भे का नाकारात्मक प्रतिबिम्ब परिवर्तित होकर वापस लौट जायें।
—–यदि आपके मकान के सामने बड़ा गेट या बड़ी पोल हो खासकर पिंजरे जैसी हो तो, यह वास्तु नियम के अनुसार अशुभ माना जाता है। ऐसे मकान में रहने वाले व्यक्ति प्रायः बीमार बने रहते है। परिवार में रहने वाले लोगों को अपने परिश्रम का पूरा फल नहीं मिलता है जिससे उनका मन अशान्त रहता है।
यह करें उपाय—-
घर के मुख्यद्वार को एक कोने में वास्तु सम्मत बनायें ताकि नकारात्मक उर्जा का प्रभाव सीधे न पड़े। 
मुख्यद्वार के बाहर अधिक प्रकाश/रोशनी देने वाला बल्ब लगायें। जो .4 घंटे चालू रहे इस उपाय से भी दोष दूर होगा।
इस घर की दहलीज को दो इन्च उपर की ओर करने /उठाने से लाभ मिलने लगता है।
—–यदि किसी मकान की छाया आपके मकान के मुख्यद्वार पर पड़ती हो या फिर शयन कक्ष पर पड़ती हो तो, इसे वास्तु के अनुसार अशुभ मानते है। वास्तु अनुसार ऐसे मकान में रहने वाले बच्चों का स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता है।
यह करें उपाय—–
इस बात का विशेष ख्याल रखें कि बच्चों के शयन कक्ष पर ऐसे मकान की छाया या प्रतिबिम्ब न पड़े क्योंकि गोल गुम्बज का प्रभाव बड़ो व्यक्तियों पर नहीं पड़ता है। अतः बड़े बुजुर्ग अपना शयनकक्ष वहां रख सकते है। 
मुख्य द्वार के बाहर मांगलिक प्रतिको को प्रदर्शित करना चाहिये जेसे स्वस्तिक, ऊँ, त्रिशुल इत्यादि। इससे सौभाग्य मे वृद्धि होती है।
मुख्यद्वार की दहलीज पर चाँदी का तार तथा पांच रत्न पंक्तिबद्ध रूप में दबायें।

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